UIDAI Rule : आज के समय में आधार कार्ड हर किसी की पहचान का सबसे अहम हिस्सा बन चुका है। बैंक से लेकर सिम कार्ड, स्कूल एडमिशन से लेकर सरकारी योजना तक, हर जगह आधार की जरूरत पड़ती है। लेकिन सोचिए अगर आपका आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो जाए तो कितनी परेशानी हो सकती है? कई लोगों को बिना किसी जानकारी के यह पता चलता है कि उनका आधार बंद हो चुका है, और फिर शुरुआत होती है एक लंबी भाग-दौड़ की। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आधार कार्ड डिएक्टिवेट क्यों होता है और इसे दोबारा एक्टिव कैसे किया जाए।
सबसे पहले ऐसे जानें आपका आधार एक्टिव है या नहीं
अगर आपको शक है कि आपका आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो गया है, तो सबसे पहले UIDAI की ऑफिसियल वेबसाइट https://uidai.gov.in पर जाकर स्टेटस चेक करें। यहां आपको “Verify Aadhaar Number” का ऑप्शन मिलेगा। उसमें अपना 12 अंकों का आधार नंबर डालें और कैप्चा भरें।
अगर आपका आधार एक्टिव है, तो वेबसाइट पर “Aadhaar Number Exists” का मैसेज दिखेगा। अगर डिएक्टिवेट है, तो यह साफ लिखा आएगा।
आधार कार्ड डिएक्टिवेट क्यों होता है?
UIDAI के नियमों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक आधार का इस्तेमाल नहीं करता, या आधार में दर्ज जानकारी गलत या अधूरी होती है, तो उसका आधार कार्ड डिएक्टिवेट किया जा सकता है।
इसके अलावा अगर एक ही व्यक्ति के नाम पर एक से ज्यादा आधार बने हों या फिंगरप्रिंट और डिटेल्स में गड़बड़ी हो, तो भी कार्ड बंद किया जा सकता है।
ऐसे करें एक क्लिक में आधार को दोबारा एक्टिव
अगर आपका आधार डिएक्टिवेट हो गया है, तो उसे दोबारा एक्टिव करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
- सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट पर जाएं
- “Book Appointment” पर क्लिक करें
- अपने नज़दीकी आधार सेवा केंद्र का चुनाव करें
- री-वेरीफिकेशन के लिए स्लॉट बुक करें
- तय तारीख को सभी ज़रूरी दस्तावेज़ों (पहचान पत्र, पते का सबूत) के साथ केंद्र पर जाएं
वहां आपकी बायोमैट्रिक जानकारी फिर से ली जाएगी और कुछ समय में आपका आधार दोबारा एक्टिव हो जाएगा।
किन डॉक्युमेंट्स की जरूरत होगी?
री-एक्टिवेशन के लिए आपको पहचान और पते का प्रमाण देना होगा। जैसे वोटर ID, राशन कार्ड, बिजली बिल, या पासपोर्ट। केंद्र पर यह डॉक्युमेंट्स दिखाने के बाद प्रक्रिया शुरू हो जाती है।