सिबिल स्कोर को लेकर 1 जुलाई से लागू होंगे यह कड़ें नियम, जानिए रिजर्व बैंक के इस नियम से क्या होगा असर Cibil Score Rule

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Cibil Score Rule

Cibil Score Rule : अगर आपने कभी बैंक से लोन लेने की कोशिश की है, तो CIBIL स्कोर का नाम जरूर सुना होगा। यह वही स्कोर है जिससे यह तय होता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं। लेकिन अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने CIBIL स्कोर को लेकर ऐसा फैसला लिया है जिससे लाखों लोगों को फायदा होने जा रहा है। आरबीआई ने इस स्कोरिंग सिस्टम को ज्यादा पारदर्शी, सही और उपभोक्ता हितैषी बनाने के लिए पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं जो 1 तारीख से प्रभावी हो चुके हैं।

क्या है CIBIL स्कोर और क्यों है यह जरूरी?

CIBIL स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और लोन चुकाने की आदतों पर आधारित होता है। इसका उपयोग बैंक और वित्तीय संस्थान यह तय करने के लिए करते हैं कि आप कितने भरोसेमंद ग्राहक हैं। अच्छा स्कोर आपको जल्दी लोन दिलाता है और कम ब्याज दर पर फायदे भी देता है। लेकिन लंबे समय से इसकी प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठते रहे हैं कि स्कोर गिरने के पीछे सही जानकारी नहीं दी जाती या सुधार में समय लग जाता है।

अब बदलाव लाएगा पारदर्शिता

आरबीआई ने अब जो पांच नए नियम लागू किए हैं, उनके जरिए CIBIL स्कोर की प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी बनाया गया है। अब किसी व्यक्ति का स्कोर क्यों घटा, इसका पूरा विवरण क्रेडिट ब्यूरो को स्पष्ट रूप से देना होगा। उपभोक्ता अपने स्कोर में आए बदलाव की जानकारी आसानी से समझ सकेंगे और यदि कोई गलती है तो उसे सुधारने का अधिकार भी मजबूत होगा।

शिकायतों का समाधान होगा आसान

पहले जब कोई ग्राहक अपने CIBIL स्कोर में गलती की शिकायत करता था, तो उसे कई सप्ताह तक इंतजार करना पड़ता था और प्रक्रिया भी जटिल होती थी। अब नए नियमों के अनुसार, क्रेडिट ब्यूरो को निर्धारित समय सीमा में शिकायत का समाधान देना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी और उनके स्कोर में सुधार समय पर हो सकेगा।

हर ग्राहक को मिलेगा स्कोर रिपोर्ट का फ्री एक्सेस

रिजर्व बैंक के नए निर्देशों के अनुसार, अब हर ग्राहक को साल में एक बार अपनी क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट मुफ्त में देखने का अधिकार मिलेगा। इससे उन्हें यह जानने में आसानी होगी कि उनका स्कोर कहां खड़ा है, क्या उसमें कोई गिरावट आई है और वह किन कारणों से हुई। यह सुविधा ग्राहकों को आर्थिक रूप से जागरूक बनाने का काम करेगी।

कंपनियों पर लगेगा ज्यादा नियंत्रण

अब क्रेडिट ब्यूरो और लोन देने वाली कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सही जानकारी समय पर अपडेट करें। अगर किसी ग्राहक ने लोन चुका दिया है, तो उसकी जानकारी देरी से न जाकर तुरंत रिकॉर्ड में दिखाई दे। इस तरह की चूक के मामले में अब कंपनियों पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है ताकि उपभोक्ताओं के स्कोर पर गलत असर न पड़े।

डेटा सुरक्षा को लेकर बढ़ेगी सख्ती

नए नियमों में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ग्राहकों की जानकारी बिना उनकी सहमति के किसी तीसरे पक्ष को नहीं दी जाएगी। साथ ही डाटा की सुरक्षा को लेकर मजबूत मानक तय किए गए हैं जिससे उपभोक्ताओं का विश्वास इस प्रणाली पर और भी मजबूत हो सकेगा।

निष्कर्ष

CIBIL स्कोर अब सिर्फ एक नंबर नहीं रहा, बल्कि यह आपकी आर्थिक पहचान बन चुका है। रिजर्व बैंक द्वारा लाए गए ये नए नियम उपभोक्ताओं के हित में हैं और इससे स्कोरिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता, न्याय और त्वरित समाधान जैसे बदलाव आएंगे। अगर आपका स्कोर कभी गलत तरीके से गिरा है या आप अपने क्रेडिट इतिहास को लेकर परेशान हैं तो अब समय है अपने अधिकारों को जानने और उनका इस्तेमाल करने का।

Paras Patel

Paras Patel

Paras Patel लगभग 3 वर्षों से हिंदी कंटेंट क्रिएटर के रूप में कार्य कर रहे हैं, जो लोगों को सरकारी योजनाओं और ताज़ा खबरों के बारे में आसान भाषा में जानकारी देते हैं। इन्होंने B.Sc से ग्रेजुएशन किया है और अब आम जनता को सरकारी योजनाओं का सही फायदा कैसे मिले, इसके बारे में जानकारी देने का प्रयास करते है।

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